Skip to main content

युग्म-शब्द

Yugm shabd(Combination words)-युग्म-शब्द

हिंदी के अनेक शब्द ऐसे हैं, जिनका उच्चारण प्रायः समान होता हैं। किंतु, उनके अर्थ भिन्न होते है। इन्हे 'युग्म शब्द' कहते हैं।

( अ, अं, अँ )

शब्द अर्थ शब्द अर्थ
अंस कंधा अंश हिस्सा
अँगना घर का आँगन अंगना स्त्री
अन्न अनाज अन्य दूसरा
अनिल हवा अनल आग
अम्बु जल अम्ब माता, आम
अथक बिना थके हुए अकथ जो कहा न जाय
अध्ययन पढ़ना अध्यापन पढ़ाना
अधम नीच अधर्म पाप
अली सखी अलि भौंरा
अन्त समाप्ति अन्त्य नीच, अन्तिम
अम्बुज कमल अम्बुधि सागर
असन भोजन आसन बैठने की वस्तु
अणु कण अनु एक उपसर्ग, पीछे
अभिराम सुन्दर अविराम लगातार, निरन्तर
अपेक्षा इच्छा, आवश्यकता, तुलना में उपेक्षा निरादर
अवलम्ब सहारा अविलम्ब शीघ्र
अतुल जिसकी तुलना न हो सके अतल तलहीन
अचर न चलनेवाला अनुचर दास, नौकर
अशक्त असमर्थ, शक्तिहीन असक्त विरक्त
अगम दुर्लभ, अगम्य आगम प्राप्ति, शास्त्र
अभय निर्भय उभय दोनों
अब्ज कमल अब्द बादल, वर्ष
अरि शत्रु अरी सम्बोधन (स्त्री के लिए)
अभिज्ञ जाननेवाला अनभिज्ञ अनजान
अक्ष धुरी यक्ष एक देवयोनि
अवधि काल, समय अवधी अवध देश की भाषा

(आ)


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
आवास रहने का स्थान आभास झलक, संकेत
आकर खान आकार रूप, सूरत
आदि आरम्भ, इत्यादि आदी अभ्यस्त, अदरक
आरति विरक्ति, दुःख आरती धूप-दीप दिखाना
आभरण गहना आमरण मरण तक
आयत समकोण चतुर्भुज आयात बाहर से आना
आर्त दुःखी आर्द्र गीला

( इ, ई, उ, ऊ, ऋ )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
इत्र सुगंध इतर दूसरा
उपल पत्थर उत्पल कमल
उपकार भलाई अपकार बुराई
उद्धत उद्दण्ड उद्दत तैयार
ऋत सत्य ऋतु मौसम

( क )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
कुल वंश, सब कूल किनारा
कंगाल भिखारी कंकाल ठठरी
कर्म काम क्रम सिलसिला
कृपण कंजूस कृपाण कटार
कर हाथ कारा जेल
कपि बंदर कपी घिरनी
किला गढ़ कीला खूँटा, गड़ा हुआ
कृति रचना कृती निपुण, पुण्यात्मा
कृत्ति मृगचर्म कीर्ति यश
कृत किया हुआ क्रीत खरीदा हुआ
क्रान्ति उलटफेर क्लान्ति थकावट
कान्ति चमक, चाँदनी
कली अधखिला फूल कलि कलियुग
करण एक कारक, इन्द्रियाँ कर्ण कान, एक नाम
कुण्डल कान का एक आभूषण कुन्तल सिर के बाल
कपीश हनुमान, सुग्रीव कपिश मटमैला
कूट पहाड़ की चोटी, दफ्ती कुट किला, घर
करकट कूड़ा कर्कट केंकड़ा
कटिबद्ध तैयार, कमर बाँधे कटिबन्ध कमरबन्द, करधनी
कृशानु आग कृषाण किसान
कटीली तीक्ष्ण, धारदार कँटीली काँटेदार
कोष खजाना कोश शब्द-संग्रह (डिक्शनरी)

( ख, ग )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
खोआ दूध का बना ठोस पदार्थ खोया भूल गया, खो गया
गण समूह गण्य गिनने योग्य
गुड़ शक्कर गुड़ गम्भीर
ग्रह सूर्य, चन्द्र आदि गृह घर

( च, छ, ज )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
चिर पुराना चीर कपड़ा
चिता लाश जलाने के लिए लकड़ियों का ढेर चीता बाघ की एक जाति
चूर कण, चूर्ण चूड़ चोटी, सिर
चतुष्पद चौपाया, जानवर चतुष्पथ चौराहा
चार चार संख्या, जासूस चारु सुन्दर
चर नौकर, दूत, जासूस
चूत आम का पेड़ च्युत गिरा हुआ, पतित
चक्रवात बवण्डर चक्रवाक चकवा पक्षी
छत्र छाता क्षत्र क्षत्रिय
छात्र विद्यार्थी क्षात्र क्षत्रिय-संबंधी
जलज कमल जलद बादल
जघन्य गर्हित, शूद्र जघन नितम्ब
जगत कुएँ का चौतरा जगत् संसार

( क )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
कुल वंश, सब कूल किनारा
कंगाल भिखारी कंकाल ठठरी
कर्म काम क्रम सिलसिला
कृपण कंजूस कृपाण कटार
कर हाथ कारा जेल
कपि बंदर कपी घिरनी
किला गढ़ कीला खूँटा, गड़ा हुआ
कृति रचना कृती निपुण, पुण्यात्मा
कृत्ति मृगचर्म कीर्ति यश
कृत किया हुआ क्रीत खरीदा हुआ
क्रान्ति उलटफेर क्लान्ति थकावट
कान्ति चमक, चाँदनी
कली अधखिला फूल कलि कलियुग
करण एक कारक, इन्द्रियाँ कर्ण कान, एक नाम
कुण्डल कान का एक आभूषण कुन्तल सिर के बाल
कपीश हनुमान, सुग्रीव कपिश मटमैला
कूट पहाड़ की चोटी, दफ्ती कुट किला, घर
करकट कूड़ा कर्कट केंकड़ा
कटिबद्ध तैयार, कमर बाँधे कटिबन्ध कमरबन्द, करधनी
कृशानु आग कृषाण किसान
कटीली तीक्ष्ण, धारदार कँटीली काँटेदार
कोष खजाना कोश शब्द-संग्रह (डिक्शनरी)

( ख, ग )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
खोआ दूध का बना ठोस पदार्थ खोया भूल गया, खो गया
गण समूह गण्य गिनने योग्य
गुड़ शक्कर गुड़ गम्भीर
ग्रह सूर्य, चन्द्र आदि गृह घर

( च, छ, ज )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
चिर पुराना चीर कपड़ा
चिता लाश जलाने के लिए लकड़ियों का ढेर चीता बाघ की एक जाति
चूर कण, चूर्ण चूड़ चोटी, सिर
चतुष्पद चौपाया, जानवर चतुष्पथ चौराहा
चार चार संख्या, जासूस चारु सुन्दर
चर नौकर, दूत, जासूस
चूत आम का पेड़ च्युत गिरा हुआ, पतित
चक्रवात बवण्डर चक्रवाक चकवा पक्षी
छत्र छाता क्षत्र क्षत्रिय
छात्र विद्यार्थी क्षात्र क्षत्रिय-संबंधी
जलज कमल जलद बादल
जघन्य गर्हित, शूद्र जघन नितम्ब
जगत कुएँ का चौतरा जगत् संसार

( ट, ड, ढ )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
टुक थोड़ा टूक टुकड़ा
टोटा घाटा टोंटा बन्दूक का कारतूस
डीठ दृष्टि ढीठ निडर

( त )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
तड़ाक जल्दी तड़ाग तालाब
तरणि सूर्य तरणी नाव
तरुणी युवती
तक्र मटठा तर्क बहस
तरी गीलापन तरि नाव
तरंग लहर तुरंग घोड़ा

( द, ध )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
दूत सन्देशवाहक द्यूत जुआ
दारु लकड़ी दारू शराब
द्विप हाथी द्वीप टापू
दमन दबाना दामन आँचल, छोर
दाँत दशन दात दान, दाता
दशन दाँत दंशन दाँत से काटना
दिवा दिन दीवा दीया, दीपक
दंश डंक, काट दश दश अंक
दार पत्नी, भार्या द्वार दरवाजा
दिन दिवस दीन गरीब
दायी देनेवाला, जबाबदेह दाई नौकरानी
देव देवता दैव भाग्य
द्रव रस, पिघला हुआ द्रव्य पदार्थ

( न )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
निहत मरा हुआ निहित छिपा हुआ, संलग्न
नियत निश्र्चित नियति भाग्य
नीयत मंशा, इरादा
निश्छल छलरहित निश्र्चल अटल
नान्दी मंगलाचरण (नाटक का) नंदी शिव का बैल
निमित्त हेतु नमित झुका हुआ
नीरज कमल नीरद बादल
निर्झर झरना निर्जर देवता
निशाकर चन्द्रमा निशाचर राक्षस
नाई तरह, समान नाई हजाम
नीड़ घोंसला, खोंता नीर पानी
नगर शहर नागर चतुर व्यक्ति, शहरी
नशा बेहोशी, मद निशा रात
नाहर सिंह नहर सिंचाई के लिए निकाली गयी कृत्रिम नदी
नारी स्त्री नाड़ी नब्ज
निसान झंडा निशान चिह्न

( प )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
परुष कठोर पुरुष मर्द, नर
प्रदीप दीपक प्रतीप उलटा, विशेष, काव्यालंकार
प्रसाद कृपा, भोग प्रासाद महल
प्रणय प्रेम परिणय विवाह
प्रबल शक्तिशाली प्रवर श्रेष्ठ, गोत्र
परिणाम नतीजा, फल परिमाण मात्रा
पास नजदीक पाश बन्धन
पीक पान आदि का थूक पिक कोयल
प्राकार घेरा, चहारदीवारी प्रकार किस्म, तरह
परिताप दुःख, सन्ताप प्रताप ऐश्र्वर्य, पराक्रम
पति स्वामी पत सम्मान, सतीत्व
पांशु धूलि, बाल पशु जानवर
परीक्षा इम्तहान परिक्षा कीचड़
प्रतिषेध निषेध, मनाही प्रतिशोध बदला
पूर बाढ़, आधिक्य पुर नगर
पार्श्र्व बगल पाश बन्धन
प्रहर पहर (समय) प्रहार चोट, आघात
परवाह चिन्ता प्रवाह बहाव (नदी का)
पट्ट तख्ता, उल्टा पट कपड़ा
पानी जल पाणि हाथ
प्रणाम नमस्कार प्रमाण सबूत, नाप
पवन हवा पावन पवित्र
पथ रास्ता पथ्य आहार (रोगी के लिए)
पौत्र पोता पोत जहाज
प्रण प्रतिज्ञा प्राण जान

( फ )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
फुट अकेला, इकहरा फूट खरबूजा-जाति का फल
फण साँप का फण फन कला, कारीगर

( ब )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
बलि बलिदान बली वीर
बास महक, गन्ध वास निवास
बहन भगिनी वहन ढोना
बल ताकत वल मेघ
बन्दी कैदी वन्दी भाट, चारण
बात वचन वात हवा
बुरा खराब बूरा शक्कर
बन बनना, मजदूरी वन जंगल
बहु बहुत बहू पुत्रवधू, ब्याही स्त्री
बार दफा वार चोट, दिन
बान आदत, चमक बाण तीर
व्रण घाव वर्ण रंग, अक्षर

( भ )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
भंगि लहर, टेढ़ापन भंगी मेहतर, भंग करनेवाला
भिड़ बरें भीड़ जनसमूह
भित्ति दीवार, आधार भीत डरा हुआ
भवन महल भुवन संसार
भारतीय भारत का भारती सरस्वती

( म )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
मनुज मनुष्य मनोज कामदेव
मल गन्दगी मल्ल पहलवान, योद्धा
मेघ बादल मेध यज्ञ
मांस गोश्त मास महीना
मूल जड़ मूल्य कीमत
मद आनंद मद्य शराब
मणि एक रत्न मणी साँप

( र, ल )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
रंक गरीब रंग वर्ण
रग नस राग लय
रत लीन रति कामदेव की पत्नी, प्रेम
रोचक रुचनेवाला रेचक दस्तावर
लवण नमक लवन खेती की कटाई
लुटना लूटा जाना, बरबाद होना लूटना लूट लेना
लक्ष्य उद्देश्य लक्ष लाख

( व )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
वित्त धन वृत्त गोलाकार, छन्द
वाद तर्क, विचार वाद्य बाजा
वस्तु चीज वास्तु मकान, इमारत
व्यंग विकलांग व्यंग्य ताना, उपालम्भ
वसन कपड़ा व्यसन बुरी आदत

( श )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
शुल्क फीस, टैक्स शुक्ल उजला
शूर वीर सुर देवता, लय
शम संयम, इन्द्रियनिग्रह सम समान
शर्व शिव सर्व सब
शप्त शाप पाया हुआ सप्त सात
शहर नगर सहर सबेरा
शाला घर, मकान साला पति का भाई
शीशा काँच सीसा एक धातु
श्याम श्रीकृष्ण, काला स्याम एशिया का एक देश
शती सैकड़ा सती पतिव्रता स्त्री
शय्या बिछावन सज्जा सजावट
शान इज्जत, तड़क-भड़क शाण धार तेज करने का पत्थर
शराव मिट्टी का प्याला शराब मदिरा
शब रात शव लाश
शूक जौ शुक सुग्गा
शिखर चोटी शेखर सिर
शास्त्र सैद्धान्तिक विषय शस्त्र हथियार

( स )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
सर तालाब शर तीर
सूर अंधा, सूर्य शूर वीर
सूत धागा सुत बेटा
सन् साल सन पटुआ
समान तरह, बराबर सामान सामग्री
स्वर आवाज स्वर्ण सोना
संकर मिश्रित, दोगला, एक काव्यालंकार शंकर महादेव
सूचि शूची सूची विषयक्रम
सुमन फूल सुअन पुत्र
स्वर्ग तीसरा लोक सर्ग अध्याय
सुखी आनन्दित सखी सहेली
सागर शराब का प्याला सागर समुद्र
सुधी विद्वान, बुद्धिमान सुधि स्मरण
सिता चीनी सीता जानकी
साप शाप का अपभ्रंश साँप एक विषैला जन्तु
सास पति या पत्नी की माँ साँस नाक या मुँह से हवा लेना
श्र्वेत उजला स्वेद पसीना
संग साथ संघ समिति
सन्देह शक सदेह देह के साथ
स्वक्ष सुन्दर आँख स्वच्छ साफ
श्र्वजन कुत्ते स्वजन अपना आदमी

( ह )


शब्द अर्थ शब्द अर्थ
हुंकार ललकार, गर्जन हुंकार पुकार
हल् शुद्ध व्यंजन हल खेत जोतने का औजार
हरि विष्णु हरी हरे रंग की

Comments

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. achhi jankari hai
    https://subhshiv.blogspot.com

    ReplyDelete
    Replies
    1. thanks.
      visit our blogs
      https://gits-sln.blogspot.com
      A blog about knowledge of Computer, Networking, Internet, Programming Language, Govt. Exam Notes and more on.

      Delete

Post a Comment

Popular posts from this blog

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (One Word Substitution) भाषा में कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते है। जैसे- राम कविता लिखता है, अनेक शब्दों के स्थान पर हम एक ही शब्द 'कवि' का प्रयोग कर सकते है। दूसरा उदाहरण- 'जिस स्त्री का पति मर चुका हो' शब्द-समूह के स्थान पर 'विधवा' शब्द अच्छा लगेगा। इसी प्रकार, अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है। यहाँ पर अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के कुछ उदाहरण दिए जा रहे है:- ( अ ) अनुचित बात के लिए आग्रह- (दुराग्रह) अण्डे से जन्म लेने वाला- (अण्डज) आकाश को चूमनेवाला- (आकाशचुंबी) अपने देश से दुसरे देश में समान जाना- (निर्यात) अपनी हत्या स्वयं करना- (आत्महत्या) अवसर के अनुसार बदल जाने वाला- (अवसरवादी) अच्छे चरित्र वाला- (सच्चरित्र) आज्ञा का पालन करने वाला- (आज्ञाकारी) अपने देश से दुसरे देश में समान जाना- (निर्यात) अपनी हत्या स्वयं करना- (आत्महत्या) अत्यंत सुन्दर स्त्री- (रूपसी) आकाश को चूमने वाला- (गगनचुंबी) आकाश में उड़ने व

हिन्दी भाषा का विकास

Hindi Language - हिन्दी भाषा हिन्दी भाषा का विकास 'हिंदी' विश्व की लगभग 3,000 भाषाओं में से एक है। आकृति या रूप के आधार पर हिन्दी वियोगात्मक या विश्लिष्ट भाषा है। भाषा-परिवार के आधार पर हिन्दी भारोपीय (Indo-European) परिवार की भाषा है। भारत में 4 भाषा-परिवार- भारोपीय, द्रविड़, आस्ट्रिक व चीनी-तिब्बती मिलते हैं। भारत में बोलनेवालों के प्रतिशत के आधार पर भारोपीय परिवार सबसे बड़ा भाषा-परिवार है। भाषा-परिवार भारत में बोलनेवालों का % भारोपीय 73% द्रविड़ 25% आस्ट्रिक 1.3% चीनी-तिब्बती 0.7% हिन्दी, भारोपीय/भारत-यूरोपीय के भारतीय-ईरानी (Indo-Iranian) शाखा के भारतीय आर्य (Indo-Aryan) उपशाखा की एक भाषा है। भारतीय आर्यभाषा (भा. आ.) को तीन कालों में विभक्त किया जाता है। नाम प्रयोग काल उदाहरण प्राचीन भारतीय आर्यभाषा (प्रा. भा. आ.) 1500 ई० पू० - 500 ई० पू० वैदिक संस्कृत व लौकिक संस्कृत मध्यकालीन भारतीय आर्यभाषा (म. भा. आ.) 500 ई० पू - 1000 ई० पालि, प्राकृत, अपभ्रंश आधुनिक भारतीय आर्यभाषा (आ. भा. आ.) 1000 ई० - अब तक हिन्दी

लोकोक्तियाँ

Lokokti (proverbs) लोकोक्तियाँ किसी विशेष स्थान पर प्रसिद्ध हो जाने वाले कथन को 'लोकोक्ति' कहते हैं। दूसरे शब्दों में- जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है। उदाहरण- 'उस दिन बात-ही-बात में राम ने कहा, हाँ, मैं अकेला ही कुँआ खोद लूँगा। इन पर सबों ने हँसकर कहा, व्यर्थ बकबक करते हो, अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता' । यहाँ 'अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता' लोकोक्ति का प्रयोग किया गया है, जिसका अर्थ है 'एक व्यक्ति के करने से कोई कठिन काम पूरा नहीं होता' । 'लोकोक्ति' शब्द 'लोक + उक्ति' शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- लोक में प्रचलित उक्ति या कथन'। संस्कृत में 'लोकोक्ति' अलंकार का एक भेद भी है तथा सामान्य अर्थ में लोकोक्ति को 'कहावत' कहा जाता है। 'लोकोक्ति' के लिए यद्यपि सबसे अधिक मान्य पर्याय 'कहावत' ही है पर कुछ विद्वानों की राय है कि 'कहावत' शब्द 'कथावृत्त' शब्द से विकसित हुआ है अर्थात कथा पर आधारित वृत्त, अतः 'कहावत&#